मै एक ग्रामीण क्षे त्र  का विद्यार्थी हु | चल रहे इस महामारी ( covid 19)में  यहा  कुछ लोग ऐसे हे जिनको खाना नहीं जुटा  पा रहा थे  मेने कुछ लोगो का एक समूह बनाया था और सभी सावधानिया रखते हुए ऐसे लोगो की मदद की  |  और बहुत से ग्रामीण जिनको इस महामारी का ज्ञान नहीं था उन लोगो को इस महामारी से अवगत कराया | और आज भी में इस राह में अग्रसर हु |
आज मै सुबह ६ बजे उठा और सोचने लगा की आज मुझे क्या करना हे | मेरी एक आदत हे में जब उठता हु तो मुझे क्या करना हे पुरे दिन में सब सोच लेता हु | आज खेत पर गया वह काम किया और कुछ सब्जिया लेके आया अभी साड़ी मंडिया बंद हे तो में सारी सब्जिया जरुरत मंद को देदिया और गांव में घूम रहे जानवरो को भी खाना दिया |

                                    



--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------I am a student of rural area.  In this ongoing epidemic (covid 19), here are some people who could not get food, I had formed a group of people and helped such people keeping all precautions.  And many villagers who did not have knowledge of this epidemic, made people aware of this epidemic.  And even today I am in this path.
 Today, I woke up at 4 in the morning and started thinking what to do today.  I have a habit when I wake up, what do I have to do during the whole day, I think.  Today, he went to the farm and did some work and brought some vegetables, the sari mandia is closed, so all the vegetables needed were given to the poor and the animals wandering in the village.




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